बिहार में 19 महीने में 33300000 रुपये का ‘खेल’ 68 लाख बैंक में होल्ड; जाल के जंजाल में फंसे कई लोग

Hrithik Vardhan

Sitamarhi Crime News: बिहार के सीतामढ़ी से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पर साइबर अपराधियों ने 19 महीने में तीन करोड़ 33 लाख रुपये ठग लिए। वहीं पुलिस ने अब तक 68 लाख रुपये बैंकों में होल्ड कराए हैं। इसके अलावा 500 फेसबुक अकाउंट और 500 मोबाइल नंबर बंद कराए हैं

सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले में हाल के वर्षों में साइबर फ्रॉड की घटनाएं तेजी से बढ़ी है। बराबर लोग साइबर फ्रॉड के शिकार हो रहे हैं। पुलिस लोगों को बराबर जागरूक भी करती रहती है। विभिन्न बैंकों के स्तर से भी अपने ग्राहकों को किसी की ओटीपी समेत अन्य चीजें शेयर नहीं करने की सलाह/नसीहतें दी जाती रही है। बावजूद लालच और अन्य कारणों से लोग साइबर ठगों के बुने जाल में फंस ही जाते हैं। अब तो ठगी के इतने मामले सामने आने लगे हैं कि सरकार को हर जिला में एक साइबर थाना खोलना पड़ा है।

साइबर फ्रॉड करोड़ों का लगा चुके हैं चूना

जिले में 19 महीने में साइबर फ्राड 3 करोड़ 33 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं, जिसमें से साइबर थाना पुलिस त्वरित कार्रवाई कर 68 लाख रुपये संबंधित बैंकों में होल्ड करा चुकी है। इतना ही नहीं, साइबर थाना द्वारा 100 से अधिक फर्जी फेसबुक अकाउंट और करीब 500 फर्जी मोबाइल नंबर को भी बंद कराया जा चुका है। साइबर थाने में 19 महीने में साइबर फ्राड के करीब 210 से अधिक मामला दर्ज कराए गए हैं। साइबर थाना डीएसपी आलोक कुमार ने बताया कि अब तक तीन डिजिटल अरेस्ट की घटना सामने आई है। बताया कि साइबर फ्राड मामले में पुलिस ने स्थानीय और अंतरजिला आरोपी को भी पकड़ा गया है।

नौकरी के लालच में बन गया शिकार

जिले के रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के रैन विशुनी गांव के विकास कुमार झा के साथ साइबर फ्रॉड की घटना हुई है। उनसे ऑनलाइन 1.45 लाख रुपये की ठगी कर ली गई थी। पुलिस को बताया है कि उनके पास दो मोबाइल नंबर है और दोनों नंबर से व्हाट्सएप चलाते है। साइबर फ्रॉड ने दोनों नंबर पर कॉल कर ऑनलाइन नौकरी दिलाने का झांसा दिया और वे झांसे में आ भी गये थे। फ्रॉड ने नौकरी के नाम पर पांच बार में 1.45 लाख रुपये की ठगी कर ली है।

फ्रॉड ने की क्रेडिट कार्ड से खरीदारी

जिले के सुप्पी थाना क्षेत्र के ससौला गांव के दीपेश कुमार साह भी फ्रॉड के शिकार बन गए हैं। पीड़ित ने साइबर थाना पुलिस को लिखित तौर पर बताया है कि उसके पास एसबीआई के दो क्रेडिट कार्ड है। उसने मोबाइल नंबर पर अचानक एसबीआई और फ्लिपकार्ट दोनों से ओटीपी का मैसेज आया। जब तक वह कुछ समझ पाता कि तीन बार में उसके क्रेडिट कार्ड से 54321 रुपये की खरीदारी करने का मैसेज आया। तब उसने एसबीआई और 1930 पर शिकायत दर्ज कराई।

पूरे राज्य में फैला है फ्रॉड का जाल

साइबर फ्रॉड का जाल अब पूरे बिहार में फैल चुका है।

पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया के रामनगरा थाना क्षेत्र के सवेया देवराज निवासी नेयाज अहमद के पुत्र आसिफ इकबाल और मढिया निवासी रिनजमुलेश अहमद के बेटे फहद अंसारी की साइबर फ्राड मामले में गिरफ्तारी हुई थी। आरोपी के पास से छह मोबाइल फोन बरामद की गई थी। बताया कि आरोपी के पास से पकड़े गये मोबाइल की जांच से पता चला था कि आरोपी का तार दिल्ली, गया, पेरिस के साथ ही मिडिल ईस्ट के देशों में बैठे साइबर क्राइम करने वाले लोगों से जुड़े हुए हैं।

फ्रॉड होते ही 1930 पर शिकायत करें

डीएसपी आलोक कुमार ने कहा कि साइबर ठगी का शिकार होने पर तत्काल किसी भी मोबाइल नंबर से 1930 पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए। बहुत सारे लोग उक्त नंबर पर शिकायत कर लाभ प्राप्त कर चुके हैं नौकरी, किसान स्कीम, फिगर प्रिंट से पेमेंट और मोबाइल पर आये बिना पहचान के मैसेज को डाउनलोड करने पर साइबर फ्राड होने की संभावना अधिक रहती है। बताया कि बिना जाने समझे ऐसे लोगों और लिंक से बचना चाहिए।

क्या कहते है सीतामढ़ी एसपी

एसपी अमित रंजन का कहना है कि साइबर क्राइम की घटनाओं से बचने के लिए सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं की ओर से जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। अब तो मोबाइल पर किसी को कॉल करने पर सबसे पहले डिजिटल ठगी से बचाव के सुझाव सुनने को मिलते हैं। किसी भी व्यक्ति को कॉल आने पर अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए।

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Author, Writer at www.hqtoday.in
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